सच्चे प्यार की व्याख्या नहीं की जा सकती। इसे महसूस किया जा सकता है और एक साथ रह सकते हैं। जिन पलों को हम अपने प्रियजनों के साथ जीते हैं, वे सबसे क़ीमती और पोषित क्षण होते हैं। कोई भी शरीर उन पलों को नहीं छीन सकता। एक साथ रहना, एक साथ खाना, एक साथ जश्न मनाना, एक साथ साझा करना। ये सच्ची यादें हैं। सच्चा प्यार कभी किसी से नफरत नहीं करता। सच्चा प्यार कभी किसी चीज से शर्माता नहीं है, कभी खोने का डर नहीं लगता, खो जाने का। सच्चा प्यार दूसरों के लिए उसी रास्ते पर चलने के लिए एक मिसाल कायम करता है। सच्चे प्यार की हमेशा प्रशंसा की जाती है, मनाया जाता है और कई लोगों को प्रेरणा देता है।
साथ
खुश दिल हो मदहोश सफर में उड़े जाते थे
कभी घरोंदे में कभी डाल पर बैठ खाते थे
दिल-दिल से बातों-बातों में मन बहलाते थे
खुद से दूर कहीं हवाओं में खो जाते थे
ऐसे साथ मिले की इश्क भी भूल जाते थे
बस हाथ पकड़ एक दूजे के लिए मुस्कुराते थे
किसी के लिए हम काटें, वो गुलाब हुए जाते थे
हालात यूँ हुए कि हालात बस रुलाये जाते थे
दीवारों के इरादे फासले दूर किये जाते थे
यूहीं जुदा होते होते , उस पल भी जिए गाते थे
खुश दिल हो मदहोश सफर में उड़े जाते थे
कभी घरोंदे में कभी डाल पर बैठ खाते थे
— बलजीत
0