जिंदगी बहुत छोटी है। हम अपने जीवन में हर चीज की उम्मीद करते रहते हैं। हमारी इच्छाएं अनंत हैं। कभी हमें जरूरत होती है तो कभी लालच। हमारे डर हम पर हावी हो जाते हैं और कई बार हम अवास्तविक सपनों का पीछा करते हैं। और ज्यादातर समय हम खोया हुआ महसूस करते हैं, हम निराश महसूस करते हैं, हम पराजित महसूस करते हैं।जीवन किसी चीज का पीछा करने के लिए नहीं है। जीवन एक यात्रा है जो कई अनुभवों में टूट गई है। हर दिन जीवन से भरा होता है। हर दिन हमें खुशी, चुनौतियां, दुख देता है। लेकिन हमें मजबूत होने की जरूरत है, हमें सीखने और प्रत्येक परिणाम की उम्मीद करने की जरूरत है।इसलिए कभी भी खुद पर से विश्वास मत खोना। हर दिन ऐसे जियो जैसे कि तुम अपने साथ हो। अपने आप से प्यार और देखभाल करें और जीवन सुंदर होगा।
एक दिन
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चलो आज ज़िन्दगी को एक दिन ही जिया जाए
खुद को गुमशुदा बता, रपट ही लिखा दी जाए
कैसा हूँ, मिलु कहाँ, खुद को ही खत लिखा जाए
जा कर डाकखाने, खत को भेज आया जाए
चलो आज ज़िन्दगी को एक दिन ही जिया जाए
खुद ही दोस्त बन, खुद के घर जाया जाए
चाय पीला दे दोस्त मुझे, ऐसा कुछ फ़रमाया जाए
खुद का हाल चाल पूछ, खुद से ही बतियाया जाए
चलो आज ज़िन्दगी को एक दिन ही जिया जाए
खुद को ही इश्क बना,धीरे से बुलाया जाए
क्या कह रहा दिल मेरा, दिल को कुछ बताया जाए
पागल बन, पागल पन कर , वक्त को रुकाया जाए
चलो आज ज़िन्दगी को एक दिन ही जिया जाए
खुद को ही खुदा बना, अपने अंदर आया जाए
हाँ तू है, तू दिख रहा, खुदा को ये बताया जाए
खुद को खुद में ले समा, सब कुछ अब भुलाया जाए
— बलजीत
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